बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री तक सड़क 60 फीट चौड़ी होगी ,निगम ने सेंट्रल लाइन डाली थी जिसका विरोध व्यापारियों कर रहे है


बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री तक एमजी रोड को 60 फीट चौड़ी करने काे लेकर विवाद थम ही नहीं रहा। निगम द्वारा डाली गई सेंट्रल लाइन काे गलत बताते हुए कृष्णपुरा के व्यापारियाें ने बुधवार काे अपनी लाइन डाल दी थी। अब गुरुवार को दूसरा पक्ष निगमायुक्त से मिला और कहा कि निगम अधिकारियों ने जाे लाइन डाली थी, वही सही थी। कुछ व्यापारियों ने दूसरी लाइन डालकर सरकारी काम में बाधा डाली है। शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने फिर से मौके पर पहुंच नपती की।



बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री तक एमजी रोड को 60 फीट चौड़ी करने काे लेकर जो परेशानी आ रही है उसे हल करने के लिए निगम ने भवन अघिकारी विष्णु खरे, टीएंडसीपी के केएस गवली, नगर निगम झोन तीन और 12 के भवन अधिकारी असित खरे, झोन-2 के भवन अधिकारी विवेश जैन की टीम बनाई थी। यह टीम शुक्रवार को एमजी रोड पहुंची। टीम ने व्यापारियों के नक्शे देखे और दोबारा नपती की। नगर निगम के अनुसार रंगपंचमी के दो दिन बाद से यहां तोड़फोड़ प्रारंभ कर दी जाएगी। हालांकि निगम द्वारा डाली गई सेंट्रल लाइन का अभी भी व्यापारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। 


व्यापारियों ने लगाया आरोप- चार फीट सरका दी लाइन
कृष्णपुरा छत्री के व्यापारियों ने आराेप लगाया कि निगम अधिकारियों ने रसूखदार व्यापारियों को फायदा पहुंचाने के लिए सेंट्रल लाइन चार फीट एक तरफ सरका दी है। इससे कर्व आ गया है। व्यापारियों ने इस लाइन को गलत बताते हुए दूसरी पीली लाइन डाल दी थी। इसके विरोध में गणेश कैप मार्ट वाली लाइन के व्यापारी निगमायुक्त आशीष सिंह से मिले थे। उन्होंने बताया कि हमने 2013 में ही नक्शे के हिसाब से सेटबैक देने के बाद नया निर्माण किया है। सड़क चौड़ीकरण में हमारी पहले ही 16 फीट दुकान जा रही है। सामने वाले पक्ष के व्यापारियों ने अवैध रूप से निगम द्वारा डाली गई सेंट्रल लाइन न सिर्फ मिटा दी, बल्कि उसके लिए ठोंकी गई कीलें भी निकाल दी हैं। इसके बाद निगमायुक्त ने निगम अधिकारियों और टीएंडसीपी अफसरों की टीम बनाकर सेंट्रल लाइन का परीक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।